राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 12 मरणोपरांत सहित 80 सशस्त्र बलों के कर्मियों को वीरता पुरस्कार (Gallantry awards) से सम्मानित करने को मंजूरी दी है। इनमें 6 कीर्ति चक्र है, जिनमें से तीन मरणोपरांत सम्मानित होंगे। दो मरणोपरांत सहित 16 शौर्य चक्र से सम्मानित होंगे। इसके अलावा सात मरणोपरांत सहित 53 सेना पदक, एक नाव सेना पदक (वीरता) और चार वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित होंगे।
भारत लोकतंत्र की जननी है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। उन्होंने इस दौरान लोकतंत्र, संविधान, इसरो, सेना और युवाओं सहित कई मुद्दों का संबोधन में जिक्र किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हमारे गणतंत्र का 75वां साल कई मायनों में देश की यात्रा में एक ऐतिहासिक पड़ाव है। राष्ट्र अमृत काल के प्रारंभिक वर्षों में है और यह एक युगांतरकारी परिवर्तन का समय है। उन्होंने देशवासियों से कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था पश्चिमी लोकतंत्र की अवधारणा से कहीं अधिक पुरानी है, इसलिए भारत को ‘लोकतंत्र की जननी’ कहा जाता है।
“चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश भारत”
उन्होंने कहा कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बना। हमें अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों पर सदैव गर्व रहा है, लेकिन अब ये पहले से कहीं अधिक ऊंचे लक्ष्य तय कर रहे हैं और उनके अनुरूप परिणाम भी हासिल कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम, महिला सशक्तीकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम सिद्ध होगा।
“खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश को गौरवांवित किया है”
इस मौके पर राष्ट्रपति ने देश के खिलाड़ियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश को गौरवांवित किया है। उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक खेलों में भी भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के पदकों में महिलाएं प्रभावशाली योगदान दे रही हैं जो काफी प्रसन्नता की बात है।
Author: Uttarakhand Headline
Chief Editor . Shankar Datt , Khatima, u.s.nagar , Uttarakhand,262308